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  • माँ सरस्वती जी की आरती (Maa Saraswati Ji Ki Aarti)

    माँ सरस्वती की आरती जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥॥ जय सरस्वती माता…॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी।सोहे शुभ हंस सवारी,...
  • माँ लक्ष्मी जी की आरती (Maa Laxmi Ji Ki Aarti)

    माँ लक्ष्मी जी की आरती महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि।हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,नमस्तुभ्यं दयानिधे॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं,नमस्तुभ्यं च सर्वदे।सर्वभूत हितार्थाय,वसु सृष्टिं सदा कुरुं॥ ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी...
  • शनि देव जी की आरती (Shani Dev Ki Aarti)

    शनि देव जी की आरती जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ।सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी श्याम अंग...
  • शिव चालीसा (Shiva Chalisa)

    शिव चालीसा का जाप करने का सबसे अच्छा समय सुबह 4 से 5 बजे के बीच है, स्नान करने के बाद और पूर्व की ओर...
  • श्री विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa)

    विष्णु चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में धन, बल, और सफलता आती है। भगवान विष्णु अनन्त सर्वोच्च शक्ति हैं, जिन्हें वेदों में...
  • श्री लक्ष्मी चालीसा (Lakshmi Chalisa)

    यह माना जाता है कि शुक्रवार को माता श्री लक्ष्मी जी की सच्चे मन से उपवास के साथ पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता...
  • दुर्गा चालीसा (Durga Chalisa)

    इस चालीसा में दिव्य मां की शक्ति, साहस, सौंदर्य, राक्षसों से लड़ाई और देवी दुर्गा का वर्र्णन किया गया है। संस्कृत में दुर्गा का अर्थ...
  • माँ काली चालीसा (Kali Chalisa)

    माँ काली चालीसा – Maa Kali Chalisa ॥दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपारमहिष मर्दिनी कालिका, देहु अभय अपार ॥ ॥चौपाई॥ अरि मद मान मिटावन...
  • श्री कृष्णा चालीसा (Shri krishna chalisa)

    श्री कृष्णा चालीसा – Shri krishna chalisa ॥ दोहा ॥ बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल,पिताम्बर शुभ साज॥ जय...